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- भुवनेश्वर से 50 किलोमीटर दूर गुंबदनुमा यह मंदिर हिंदू -मुस्लिम भाईचारे का भी प्रतीक है। गुंबद पर जहां अर्धचंद्राकार कृति है, वहीं चक्र भी बना हुआ है।
- 17वीं शताब्दी के बोखारी बाबा के मंदिर में प्रतिदिन हजारों लोग पहुंचते हैं। इसे सत्य पीर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यहां हिंदू और मुस्लिम दोनों संप्रदाय के लोग पहुंचते हैं।
- इस मंदिर की खासियत यह है कि यहां का पुजारी मुसलमान है लेकिन दूध, घी और केले से बने 'भोग' को हिंदू तैयार करते हैं। इसी तरह पुष्पांजलि आदि की व्यवस्था भी हिंदू ही करते हैं।
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