लंदन। लीसेस्टर स्थित एक टेलीसेल्स कंपनी जातीय भेदभाव के मामले में दोषी पाई गई है। कंपनी में भारतीय मूल के 28 वर्षीय कर्मचारी राहुल पर जबरदस्ती अंग्रेजी नाम रॉब मैथ्यू अपनाने के लिए दबाव बनाया गया था। टीचर्स टू पैरेंट्स नामक इस कंपनी में गोरे कर्मचारियों को अपना वास्तविक नाम रखने की छूट है।
उल्लेखनीय है कि कंपनी की स्थापना 2007 में भारतीय मूल के उद्यमी सुरेश पटेल और उरेश नायक द्वारा की गई थी।