Thursday, September 17, 2009

BAMULAHIJA : Cartoons on Indian/ International Politics & Current Affairs by Kirtish Bhatt: कार्टून: वीआईपियों की इकोनोमी क्लास

Statue of Jijabai situated at the base of Raigad Fort, stolen ! - General | hindujagruti.org

visfot.com । विस्फोट.कॉम - गली के आवारा कुत्ते

  • tags: no_tag

    • वसुधा मेहता
    image
    • नौकरशाह जब रिटायर होता है तो अपने अनुभव को आधार बनाकर मुख्य रूप से तीन बातों पर अपना ध्यान केन्द्रित करता है. पहला, किसी गैर सरकारी एजंसी में अपनी नियुक्ति को सबसे अधिक प्राथमिकता देता है. दूसरा, अखबारों में लेख लिखता है और उन सिद्धांतों की व्याख्या करना शुरू करते हैं जिनके बारे में वे खुद ठीक से कुछ नहीं जानते और तीसरा, जहां वे रहते हैं उस कालोनी या घेरेबन्द इलाके का मुखिया होने की कोशिश करते हैं. इन घेरेबंद कालोनियों की रेसिडेन्ट वेलफेयर एसोसिएशनों के मुखिया बनते ही उनका पहला और पसंदीदा कार्य होता है कालोनियों में विचरण करनेवाले गली के कुत्तों के खिलाफ अभियान.
    • कुत्ता आदमी का सबसे ईमानदार और वफादार दोस्त है और हम में से कई लोगों को जरा सा भी नुकसान नहीं होगा अगर हम अपने गली में रह रहे एक कुत्ते को दिन में एक बार अगर कुछ खिला या पिला दिया करें।  अगर हम यह करें तो मैं दावे के साथ यह कह सकती हूँ कि आपको अपने घर के दरवाजे पर हमेशा अपनी पूंछ फड़फड़ाता एक साथी नज़र आएगा जो रोज शाम आपके थकान भरे दिन के बाद आपका दिल खोलकर स्वागत करेगा। इस बेहद स्वार्थी दुनिया में बिना शर्त प्यार और सम्मान की लालसा हम सब करते है और शायद इस लालसा की पूर्ति करने के लिए आपका बेहतरीन साथी आपकी गली का कुत्ता है।

IntelliBriefs: Checking Chinese Intrusions: Smart Deployment is the Way

  • tags: no_tag

    • By Divya Kumar Soti
    • Smart military deployments needed


      By creating border incidents China is try to pressurize India at border talks. China is hardening her stance both at the table as well as on the ground. All this is to be viewed in changed strategic background, as discussed above and proper counter-moves should be made. In this context, it is worth recalling India’s policy on the border problem during 1980-87 and aftermath of Sumdorong Chu incident. From1980 onwards, New Delhi adopted a pro-active military policy with respect to border with China, as enshrined in Gen Krishna Rao Plan. As part of implementing this plan, in wake of growing Chinese belligerence, Indian army conducted Operation Chequerboard in 1986 which involved deployment of troops at Hathung La, across the Namka chu from Thag La ridge. Smart deployments in relation to Tibet were also conducted. In addition to this, then Indian Army Chief Gen K.Sundarji conveyed India’s willingness to solve the border issue through talks. Gen Sundarji stated that India recognizes differences in perceptions of actual boundary between the two countries and Indian deployments are intended to give China ‘the benefit of doubt’. As a result of these steps, China became ready to hold talks on border issue by 1988. Interestingly, China was also ready to discuss the maps offered by India which were once subject of continuous rejections by Chinese by calling them manifestations of British imperialist thought or views of travelers.


      Unfortunately our policy is again resorting to bad old ways and days. Indian policy makers are ignoring a quite reasonable possibility of a major border incident being staged by China within a limited theatre to supplement her bullying tactics. It should be central to our policy aims to solve boundary issue through talks but at the same time we should also take into account ground realities and supplement our diplomatic stand by necessary energetic steps on ground.
    • (The writer is a strategic and intelligence affairs analyst and may be reached at writing2divya@gmail.com)

‘If the image of Afzal Khan’s killing can't be viewed in Hindusthan, then should it be displayed in Pakistan?' - General | hindujagruti.org

  • tags: no_tag

    • “If the picture of Slaying of Afzal Khan cannot be displayed in the Hindu majority country of Hindusthan, then should it be displayed in Pakistan ?
    • These thoughts were presented by Mr. Ramesh Shinde, Convener of HJS for Maharashtra and Gujarat State. His speech was organized at Phaltan by the Businessman’s Association.
    • The speech was attended by 70 businessman and other interested Hindus. At this time, Mr. Shinde gave warnings of calamities that could befall businessman and Hindus with specific incidents cited as proof. While giving an example of ‘How the Government is looting businessman ?’ he said, “In the Thane area of Mumbai, there is a Muslim majority area where the State Electricity Board has a pending bill amount worth Rupees 17 Crore (170 Million). A Board employee who had gone there for recovery of the bill did not come back, so now no one goes there for recovery of the Electricity bills. But if a Hindu does not pay his bill for one month, his Electricity connection is immediately removed.”

EVMs and Unanswered Questions - Part II - || Satyameva Jayate ||

  • tags: no_tag

      • As Anupam and Prof Nalapat noted in their article in Covert, there are not too many ways in which the information about “votes polled” in the spreadsheet on the ECI website could have changed BEFORE the results were actually announced.

        Realistically, this could have only happened if:

        1. Someone had hacked the file.
        2. The data from various EVMs had been uploaded to the private database, and this was used to create the public file.
        3. Someone who had access to the private database had actually added the data.
      • If you are still not convinced that something has gone wrong somewhere, this last bit will probably clinch the argument:

        The various versions of the files downloaded from ECI website by Nalapat-Saraph on 6th, 7th and 11th May and the data were merged together along with the final results found on ECI site on June 2nd…

        2. Candidates in every constituency were ranked as 1, 2 and 3 on the basis of the votes seen in ECI excel sheets on 6th, 7th and 11th May.
        3. Then the same candidates were ranked within each constituency based on the votes recorded on June 2nd spreadsheet by ECI.

        The Result?

        1. Out of 543 constituencies, we find 106 winning positions (rank 1) matched for all four dates
        2. 80 candidates matched for the rank 2 and
        3. 59 for the rank 3…

        Basic probability theory suggests that such a coincidence is practically impossible…

चीनी वस्तुओं का करें बहिष्कार: विहिप :: सहारा समय

  • tags: no_tag

    • विश्व हिंदू परिषद :विहिप: की जम्मू कश्मीर इकाई ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन की ओर से बार-बार घुसपैठ किये जाने के मद्देनजर लोगों से चीनी वस्तुओं का बहिष्कार करने की अपील की है।
      विहिप के अध्यक्ष रमाकांत दुबे ने बताया, ��हम लोगों से अपने देश में चीनी खिलौने, खाद्य सामग्री, इलेक्ट्रानिक्स और अन्य सामग्री को बहिष्कार करने की अपील करते हैं क्योंकि चीन रोजाना हमारे भू क्षेत्र और वायुक्षेत्र की सीमा का लद्दाख और पूर्वोत्तर में उल्लंघन कर रहा है।�� उन्होंने कहा कि देश के लोग चीनी वस्तुओं को खरीदने में 2.5 अरब डॉलर खर्च करते हैं और भारत को इन वस्तुओं का बहिष्कार करना चाहिये।

मंदिर में मुसलमान नमाज अदा कर खोलते हैं रोजा

  • tags: no_tag


      • लखनऊ।

      रमजान के पवित्र महीने के दौरान हर साल उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में एक प्राचीन मंदिर में सांप्रदायिक सौहा‌र्द्र की अद्भूत मिसाल देखने को मिलती है, जिसमें मुसलमान मंदिर परिसर में नमाज अदा करके हिंदुओं द्वारा तैयार किए गए व्यंजनों से अपना रोजा खोलते हैं।

      चंदौली जिले के नौबतपुर गांव स्थित संकटमोचन मंदिर कई वर्षो से इस अनूठी परंपरा का साक्षी रहा है।

    • नौबत गांव की आबादी करीब 3,000 है, जिसमें मुसलमानों की संख्या 800 है।

पीड़ित हिंदू परिवारों को भी मिले उनका हक

  • tags: no_tag

    • लुधियाना
    • अखिल भारतीय शिवसेना (राष्ट्रवादी) के प्रदेश प्रधान बलजीत सिंह जस्सियां ने कहा कि भाजपा का हिंदू-हितैषी राग कोरा ड्रामा है। उन्होंने कहा कि पंजाब में आतंकवाद के दौरान कई हिंदू परिवारों को उजाड़ दिया गया, लेकिन सत्ता में रहने के बाद भी भाजपा ने आज तक पीड़ित हिंदू परिवारों को राहत दिलाने की आवाज नहीं उठाई।
    • उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल व केंद्र सरकार ने भी 1984 के दंगा पीड़ितों को कई बार सुविधाएं दी हैं। हाल ही में मुख्यमंत्री ने दंगा पीड़ितों को मकान व बूथ देने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि पंजाब के विकास में हिंदुओं का भी अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि पीड़ित हिंदू परिवारों को भी उनका हक मिलना चाहिए, शिवसेना राष्ट्रवादी हिंदू परिवारों को उनका हक दिला कर रहेगी।

शिकागो के जयघोष की गूंज

  • tags: no_tag

    • विवेकानंद ने यह स्पष्ट किया कि अगर वेदांत को जीवन दर्शन के रूप में न मानकर एक धर्म के रूप में स्वीकार किया जाता है, तो यह सार्वभौमिक धर्म है- समग्र मानवता का धर्म। इसे हिंदुत्व के साथ इसलिए जोड़ा जाता है, क्योंकि प्राचीन भारत के हिंदुओं ने इस अवधारणा की संकल्पना की और इसे एक विचार के रूप में पेश किया। एक अलग परिप्रेक्ष्य में श्री अरबिंदो ने भी यही भाव प्रस्तुत किया- भारत को अपने भीतर से समूचे विश्व के लिए भविष्य के पंथ का निर्माण करना है। एक शाश्वत पंथ जिसमें तमाम पंथों, विज्ञान, दर्शन आदि का समावेश होगा और जो मानवता को एक आत्मा में बांधने का काम करेगा।
    • [जगमोहन: लेखक जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल हैं]

कारगिल शहीदों की उपेक्षा

  • tags: no_tag

    • अतीत के स्वर्णिम अवसरों की स्मृति को जागृत करने का एक भी उपाय करने की बजाय गुलामी की मानसिकता के प्रतीकों को संरक्षित कर गाढ़ा बनाया जा रहा है। इस भाव का एक भोड़ा उदाहरण है उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जनपद में स्थित लार्ड कार्नवलिस की कब्र। साठ के दशक में राम मनोहर लोहिया के विदेशी दासता के प्रतीक अंग्रेज शासकों की मूर्तिया सार्वजनिक स्थानों से हटाये जाने का अभियान की सफलता ने उनके नाम पर सड़कों और संस्थाओं के नामों को बदलने की भी प्रेरणा दी, लेकिन कार्नवालिस की कब्र के सामने अत्यंत अपमानजनक स्थिति में भारतीय समाज को प्रदर्शित करने का दृश्य अब तक अप्रभावित है। कब्र के पास कार्नवालिस की एक मूर्ति खड़ी है। उसके सामने कोर्निस बजाते हुए धोती, चोटी और जनेऊधारी एक हिंदू तथा तुर्की टोपी पहने एक मुसलमान की छोटी मूर्तिया बनी हैं। आश्चर्य है कि जिस पूर्वाचल की धरती को 1942 में अंग्रेजी साम्राज्य से मुक्त करा लिया गया था, उसकी छाती पर यह कलंक कैसे सुरक्षित है? ऐसा शायद इसलिए है, क्योंकि 15 अगस्त 1947 के बाद से हमने जिस स्वाभिमान को जागृत कर आजादी की जंग लड़ी थी उसका परित्याग कर परानुकरण की दिशा पकड़ लिया है।
    • [राजनाथ सिंह सूर्य: लेखक राज्यसभा के पूर्व सदस्य हैं]

जमाना गवाह, वही हुआ जो तरुणाई ने चाहा: योगी

  • tags: no_tag

    • बलिया।
    • गोरक्षपीठ के उत्तराधिकारी व गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा कि तरुणाई ने जब भी करवट ली है देश की दशा व दिशा तय हुई है। हिन्दू समाज की रक्षा और भारतीयता को बचाने के लिए आज फिर युवाओं को अपना सशक्त योगदान देना होगा।
    • श्री योगी शुक्रवार को टाउन हाल के सभागार में आयोजित हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता सम्मेलन को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। कहा कि देश की सीमाएं खतरे में हैं। ऐसे में अगर हिन्दुस्तान का अस्तित्व बचाना है तो प्रखर राष्ट्रवाद की मुख्य धारा से सबको जुड़ना होगा।
    • मणिपुर, नागालैण्ड और अरुणांचल में हिन्दुओं का धर्म जबरन परिवर्तित कर दिया गया। अब उनका अगला निशाना यूपी ही है। इसलिए यहां के हिन्दुओं को अत्यन्त सतर्क रहने की आवश्यकता है।