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Partition and Our days in Lodhi Road
- Jinnah made “Pakistan” inevitable. He alone had not pitched for it. He only took advantage of the religious passion already ignited by Sir Syed Ahmad and Mohammad Iqbal. Chalapati Rao says, “Jinnah used it with a subtle sense of strategy and single-minded devotion.”
- But then Jinnah went all out and proclaimed a Direct Action Day resulting in communal killings, especially in Calcutta and his followers cried “Mar Ke leinge Pakistan.” For those of us whose families saw the aftermath of Partition, Jaswant Singh’s observations on Patel cannot be tolerated the least.
- They were Government servants and were instructed by the Home Ministry to return home by 6 p.m. Every night Muslims used to march from Nizamuddin, armed with weapons shouting ‘Allah hu Akbar.’ The Hindus in Lodhi Road used to guard their homes and families by turn holding lathis, some of them shouting ‘Harahara Mahadev’ as a retaliation.
- “They were dark days and crowded hours,” to borrow Rao’s enigmatic expression. The Delhi police which was under Patel was the only protection for Hindus. There was large scale shooting of Muslims by the police. The Delhi police used to give instructions to Tamilians to display thier “poonool” (sacred thread) over one of their ears so that they will not be mistaken and shot. Such was the anger of Hindus, where they were members of the police or the public. Nehru was dismayed that the killing of Muslims continued unabated and called Patel. It was only later that the Madras Regiment was summoned and the Delhi riots quelled.
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Saturday, August 29, 2009
Partition and Our days in Lodhi Road
25-30 सालों में भारत हिंदू राष्ट्र: संघ-देश/राजनीति-देश-दुनिया-Economic Times Hindi
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25-30 सालों में भारत हिंदू राष्ट्र: संघ-देश/राजनीति-देश-दुनिया-Economic Times Hindi
- एक सवाल के जवाब में मोहन राव भागवत ने स्पष्ट कहा कि संघ अगले 25 से 30 वर्षों में अपने लक्ष्य को हासिल कर लेगा। गौरतलब है कि हिंदू राष्ट्र की स्थापना संघ का लक्ष्य है। बीजेपी के मुद्दे पर पूछे गए हर सवाल को मोहन राव भागवत यह कह कर टाल गए कि यह बीजेपी का अंदरुनी मामला है, वही जाने, संघ का इससे कोई मतलब नहीं। उन्होंने पत्रकारों को राय दी कि आप मेरा इंटरव्यू टाइम्स नाउ के बेवसाइट http://www.timesnow.tv पर जाकर देख सकते हैं। बीजेपी से जुड़े मेरे सारे विचार स्पष्ट हो जाएंगे।
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कैमरे लगे तो बढ़ी मंदिर की आमदनी
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कैमरे लगे तो बढ़ी मंदिर की आमदनी
- पटियाला
- जब से माता श्री काली देवी मंदिर में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, तब से मंदिर में लगभग 3 लाख रुपए की ज्यादा आमदनी हुई है। जिला धर्मार्थ शाखा ने जैसे ही हिंदू संगठनों के साथ डीसी दीपइंदर सिंह की मीटिंग में यह डाटा रखा, त्यों ही कैमरों का विरोध कर रहे हिंदू संगठनों ने अपनी भाषा बदल ली।
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इस डाटा के साथ एक बात को साफ है कि इससे पहले गोलक के साथ ऐसा कुछ हो रहा था, जो कैमरे लगने के बाद नहीं हो पाया और चढ़ावे में एक दम से लाखों का इजाफा हो गया। विहिप के नेता लखविंदर सरीन ने जब माता की मूर्ति पर कैमरे की बजाय गोलक पर फोकस करने का सुझाव दिया तो सभी ने एक मत होकर इस प्रस्ताव को मान लिया।
इस प्रस्ताव के मुताबिक अब जो गोलक माता के चरणों के पास है, उसे उठा कर मंदिर दरबार के मेन एंट्रेंस पर रखा जाएगा, उसके ऊपर एक कैमरा फोकस होगा। श्रद्धालु उसमें अपना चढ़ावा डाल कर आगे माता की मूर्ति के पास जाकर माथा टेकेंगे। माता की मूर्ति के पास बैठा पुजारी इस बात का खास ध्यान रखेगा कि कोई भी श्रद्धालु गोलक के बाहर चढ़ावा ना चढ़ाए।
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Deshbandhu : news,regional,chhattisgarh,raipur, छत्तीसगढ़,रायपुर, गजनी रूपी गणेश प्रतिमा के खिलाफ उमड़ा जनाक्रोश
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- भगवान गणेश की स्थापना मूर्तिकार और गणेश समितियों द्वारा मनमाफिक स्वरूप में की जाती है। राजधानी के कई स्थानों में गणपति को कई स्वरूपों में स्थापित किया गया है, लेकिन भनपुरी में गणेश जी की प्रतिमा को गजनी फिल्म के हीरो के रूप स्थापित किया गया, जिससे यहां के लोगों में आक्रोश व्याप्त है। इसके चलते अब मूर्ति को नया स्वरूप दे दिया गया है। गणेश प्रतिमाओं के स्थापना के दौरान उन्हें अलग-अलग स्वरूप में बैठाने की परम्परा से गणेश जी के पारम्पारिक स्वरूप का लगातार अपमान हो रहा है।
- रायपुर
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Butchers assault PAWS volunteers as policemen stand by and watch, News - City - Mumbai Mirror,Mumbai Mirror
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- Pranita Joshi and Manasi Bhanage said the butchers strangled a calf before their eyes, as a warning for them to back off
- Two female animal rights activists have alleged that they were assaulted by butchers while trying to rescue a few calves - even as police stood by and watched.
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