Friday, August 21, 2009

महाचतुर्थी का 23 साल बाद दुर्लभ संयोग

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    • आगामी रविवार धार्मिक व आध्यात्मिक दृष्टि से कई मायनों में खास है।
    • 23 साल बाद रविवार को महाचतुर्थी का दुर्लभ संयोग बन रहा है। हस्त नक्षत्र के साथ सर्वार्थ व अमृत सिद्धि योग एक साथ होंगे।



      पंडितों का मत है कि जब गणोश चतुर्थी रविवार या मंगलवार को होती है, तब महाचतुर्थी योग बनता है। रविवार को ही हरतालिका तीज व गणोश चतुर्थी एक साथ होगी। खरीदी के लिए भी इस दिन को श्रेष्ठ माना जा रहा है।



      पं. भंवरलाल शर्मा का कहना है कि हरतालिका तीज, गणोश चतुर्थी पर सर्वार्थ व अमृत सिद्धि योग में की जाने वाली खरीदी लाभदायक होगी। चल-अचल संपत्ति, भवन, वाहन व जेवर आदि की खरीदी समृद्धि बढ़ाने वाली साबित होगी। पंडितों के अनुसार इसके पूर्व यह योग 1986 में बना था।