Monday, November 16, 2009

माया गंगा में डुबकी की चाह

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    • देहरादून
    • कुंभ पर्व पर हर हिंदू की चाहत होती है कि वह गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित करे, लेकिन जन प्रतिनिधि कुंभ कार्यो की 'माया गंगा' में डुबकी लगाने को आतुर हैं। विधायकों तथा नगर निकायों की ओर से अब तक शासन को कुंभ कार्यो के नौ सौ करोड़ से अधिक के प्रस्ताव मिल चुके हैं।

      केंद्र सरकार की मेहरबानी से राज्य के विकास का सारा धन कुंभ कार्यो में मर्ज हो चुका है। केंद्रीय सहायता से राज्य में होने वाला विकास इस बार सिर्फ कुंभ क्षेत्र तक सिमटकर रह गया है। शेष जिलों के हालात तो बुरे हैं ही, हरिद्वार जिले के अन्य क्षेत्र भी विकास की राह तकने को मजबूर रहेंगे।

    • हालांकि अन्य विकास कार्यो के लिए राज्य के पास धनाभाव साफ दिखाई दे रहा है। अब हालत यह हैं कि 50 लाख से अधिक के भुगतान पर पाबंदी लगाई जा सकती है। दूसरी तरफ, कुंभ कार्यो के लिए धन का अभाव नहीं है। कुंभ की ओर बहने वाली धन की इस गंगा में संबंधित क्षेत्रों के जन प्रतिनिधि डुबकी लगाने को आतुर हैं।