आडवाणी खारिज राहुल कबूल
from Socio Political News by Ajay Setia
चुनाव नतीजों के पांच मतलब। पहला- जनता ने आडवाणी को ठुकराया। दूसरा- जनता ने राहुल को भावी नेता माना। तीसरा- जनादेश काम पर मिला। चौथा- जातीय-क्षेत्रीय राजनीति से जनता की तौबा। पांचवां- जनता ने विकास विरोधी-ब्लैकमेलर लेफ्ट को नकारा।
बात जनादेश पर काम की। तो जनता ने नीतिश, नवीन, राजशेखर, गहलोत, हुड्डा, शीला, येदुरप्पा, धूमल, रमण सिंह, मोदी को ईनाम दिया। तो बादल, बुध्ददेव, शिवराज, करुणानिधि को वार्निंग। मायावती, खंडूरी, अच्युत्यानंदन पूरी तरह खारिज। बात खारिज की चली। तो लालू-पासवान की जातीय राजनीति खारिज हुई। दोनों को अच्छा सबक सिखाया बिहार ने।
चुनाव नतीजों के पांच मतलब। पहला- जनता ने आडवाणी को ठुकराया। दूसरा- जनता ने राहुल को भावी नेता माना। तीसरा- जनादेश काम पर मिला। चौथा- जातीय-क्षेत्रीय राजनीति से जनता की तौबा। पांचवां- जनता ने विकास विरोधी-ब्लैकमेलर लेफ्ट को नकारा।
बात जनादेश पर काम की। तो जनता ने नीतिश, नवीन, राजशेखर, गहलोत, हुड्डा, शीला, येदुरप्पा, धूमल, रमण सिंह, मोदी को ईनाम दिया। तो बादल, बुध्ददेव, शिवराज, करुणानिधि को वार्निंग। मायावती, खंडूरी, अच्युत्यानंदन पूरी तरह खारिज। बात खारिज की चली। तो लालू-पासवान की जातीय राजनीति खारिज हुई। दोनों को अच्छा सबक सिखाया बिहार ने।