मेरे जीवन का उद्देश्य - स्वातंत्र्यवीर सावरकर: "स्वातंत्र्यवीर सावरकर को ब्रिटिस शासन के विरूद्ध विद्रोह की प्रेरणा देने तथा बम आदि शस्त्रास्त्र बनाने के आरोप में दो - दो आजन्म कारावास की अर्थात 50 वर्ष की काले पानी की सजा दी गयी । जिस समय न्यायालय ने सावरकर को दो जन्मों के कारावास का दण्ड सुनाया तो उन्होंने हंसते हुए कहा - ' मुझे बहुत प्रसन्नता है कि ईसाई ( ब्रिटिस ) सरकार ने मुझे दो जीवनों का कारावास का दण्ड देकर पुनर्जन्म के हिन्दू सिद्धान्त को मान लिया है । '
वन्दे मातरम्
- विश्वजीतसिंह"