Thursday, March 4, 2010

Jagran - Yahoo! India - मंदिर का झुनझुना

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    • ['मंदिर दो, मस्जिद लो' मुद्दे पर एस शंकर की टिप्पणी]
    • भाजपा के नए अध्यक्ष नितिन गडकरी ने अयोध्या पर कहा है, 'मंदिर दो, मस्जिद लो!' यह स्पष्ट नहीं कि उन्होंने किस हैसियत से यह कहा। उनकी पार्टी न तो किसी मंदिर निर्माण समिति की घटक है, न ही पार्टी स्वयं को भारत के हिंदुओं का प्रतिनिधि बताती है। किंतु उनकी इस मांग से यह जरूर स्पष्ट हो जाता है कि गडकरी अयोध्या प्रश्न को ईंट-पत्थर की एक इमारत बनाने तक ही सीमित समझते हैं, उस से जुड़ी मूल समस्या को नजरअंदाज करते हैं। यद्यपि इस समझ में कुछ नया नहीं है। यह भाजपा की पुरानी स्थिति की ही एक नई अभिव्यक्ति है, जिसमें एक विदेशी मजहबी आक्रमण के शताब्दियों पुराने घाव को मात्र राजनीतिक लाभ उठाने का अवसर समझा गया। उस समस्या को भाजपा ने उठाने से सदैव इनकार किया, जिसने स्वतंत्र भारत में पहली बार सभी हिंदुओं को अपने भेदभाव भूल कर एक कर दिया था।

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