http://in.jagran.yahoo.com/news/national/crime/5_18_7632938.html
शहर में छोटे से विवाद के बाद रविवार को सांप्रदायिक दंगा भड़क उठा। उत्तेजित भीड़ ने रात को दूसरे संप्रदाय की डेढ़ सौ दुकानें और 200 वाहन फूंक डाले। उनमें जमकर लूटपाट की। दंगाइयों ने जमकर फायरिंग की, जिससे एक व्यक्ति घायल हो गया। तीन पुलिस चौकियों को भी आग के हवाले कर दिया। पुलिस पर जमकर पथराव किया। दंगाई देर रात तक बेकाबू थे। स्थिति बिगड़ने के बाद कई जिलों की फोर्स बुला ली गई।
मामले की शुरुआत काजीपुर में एक इमाम से निजी झगड़े के दौरान मारपीट से हुई। पिटाई से इमाम को हल्की चोटें आई थीं। इससे गुस्साए लोगों ने हापुड़ रोड स्थित बिजली-बंबा चौकी के सामने जाम लगा दिया और घंटों हंगामा किया। बमुश्किल पुलिस ने हालात पर काबू किया गया। कुछ ही देर बाद आग फिर भड़क उठी। शास्त्रीनगर स्थित कमेले और एल ब्लाक के पास इकट्ठी भीड़ हिंसा पर उतारू हो गई। एल ब्लाक और कमेला पुलिस चौकी को पेट्रोल छिड़ककर आग के हवाले कर दिया। इसके बाद दंगाई हापुड़ रोड की ओर नारेबाजी करते हुए बढ़ गए और एक किमी की परिधि में स्थित बहुसंख्यक संप्रदाय की एक के बाद एक 200 दुकानों में आग लगा दी। 80 खोके और तीन बसों को फूंक डाला। एक इंडिका कार, एक एंबेसेडर और पुलिसकर्मी की मोटरसाइकिल जलाईं। इसके बाद तो जो भी वाहन सामने पड़ा, वही फूंक डाला। करीब दो सौ वाहनों को फूंक दिया गया। एल ब्लाक पर नुकसान से पीड़ितों की भीड़ जुटी, लेकिन पुलिस ने खदेड़ दिया।
दंगे की सूचना पर नौचंदी मेले में भी भगदड़ मच गई। वहां से लौट रहे लोगों पर दंगाइयों ने जमकर पथराव किया। कई लोग चोटिल हो गए। रात बारह बजे के बाद तक हालात बेकाबू थे। पूरे मेरठ जोन की पुलिस पहुंचनी शुरू हो गई थी। आरपीएफ की टुकड़ी भी लगा दी गई थीं पर दंगाई लगातार घटनाओं को अंजाम दे रहे थे। उधर इमाम से मारपीट के आरोपी पांच स्थानीय युवकों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
कैसे क्या हुआ
-काजीपुर गांव के बाहरी हिस्से में स्थित मस्जिद में चार माह से इकरार अहमद इमाम हैं। आरोप है कि शाम करीब साढ़े छह बजे वह मस्जिद के अंदर बच्चों को पढ़ा रहे थे। उसी समय गांव के ही दूसरे समुदाय के छह लड़के वहां पहुंचे। उन्होंने इमाम के साथ मारपीट शुरू कर दी।
इमाम की पिटाई के बाद मेरठ में दंगा
शहर में छोटे से विवाद के बाद रविवार को सांप्रदायिक दंगा भड़क उठा। उत्तेजित भीड़ ने रात को दूसरे संप्रदाय की डेढ़ सौ दुकानें और 200 वाहन फूंक डाले। उनमें जमकर लूटपाट की। दंगाइयों ने जमकर फायरिंग की, जिससे एक व्यक्ति घायल हो गया। तीन पुलिस चौकियों को भी आग के हवाले कर दिया। पुलिस पर जमकर पथराव किया। दंगाई देर रात तक बेकाबू थे। स्थिति बिगड़ने के बाद कई जिलों की फोर्स बुला ली गई।
मामले की शुरुआत काजीपुर में एक इमाम से निजी झगड़े के दौरान मारपीट से हुई। पिटाई से इमाम को हल्की चोटें आई थीं। इससे गुस्साए लोगों ने हापुड़ रोड स्थित बिजली-बंबा चौकी के सामने जाम लगा दिया और घंटों हंगामा किया। बमुश्किल पुलिस ने हालात पर काबू किया गया। कुछ ही देर बाद आग फिर भड़क उठी। शास्त्रीनगर स्थित कमेले और एल ब्लाक के पास इकट्ठी भीड़ हिंसा पर उतारू हो गई। एल ब्लाक और कमेला पुलिस चौकी को पेट्रोल छिड़ककर आग के हवाले कर दिया। इसके बाद दंगाई हापुड़ रोड की ओर नारेबाजी करते हुए बढ़ गए और एक किमी की परिधि में स्थित बहुसंख्यक संप्रदाय की एक के बाद एक 200 दुकानों में आग लगा दी। 80 खोके और तीन बसों को फूंक डाला। एक इंडिका कार, एक एंबेसेडर और पुलिसकर्मी की मोटरसाइकिल जलाईं। इसके बाद तो जो भी वाहन सामने पड़ा, वही फूंक डाला। करीब दो सौ वाहनों को फूंक दिया गया। एल ब्लाक पर नुकसान से पीड़ितों की भीड़ जुटी, लेकिन पुलिस ने खदेड़ दिया।
दंगे की सूचना पर नौचंदी मेले में भी भगदड़ मच गई। वहां से लौट रहे लोगों पर दंगाइयों ने जमकर पथराव किया। कई लोग चोटिल हो गए। रात बारह बजे के बाद तक हालात बेकाबू थे। पूरे मेरठ जोन की पुलिस पहुंचनी शुरू हो गई थी। आरपीएफ की टुकड़ी भी लगा दी गई थीं पर दंगाई लगातार घटनाओं को अंजाम दे रहे थे। उधर इमाम से मारपीट के आरोपी पांच स्थानीय युवकों पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
कैसे क्या हुआ
-काजीपुर गांव के बाहरी हिस्से में स्थित मस्जिद में चार माह से इकरार अहमद इमाम हैं। आरोप है कि शाम करीब साढ़े छह बजे वह मस्जिद के अंदर बच्चों को पढ़ा रहे थे। उसी समय गांव के ही दूसरे समुदाय के छह लड़के वहां पहुंचे। उन्होंने इमाम के साथ मारपीट शुरू कर दी।