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- इस लेख के लेखक श्रीमान एलएन शीतल, स्वदेश (भोपाल) के संपादक हैं ।
- केन्द्रीय पर्यावरण एवम् वन राज्य मन्त्री (स्वतन्त्र प्रभार) जयराम रमेश ने पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना को करोड़ों हिन्दुओं के आराध्य देव भगवान शंकर के समान बताकर एक और अनावश्यक विवाद तो खड़ा किया ही है, हजारों साल पुरानी भारतीय संस्कृति के अपमान का अक्षम्य अपराध भी किया है।
- यदि उनमें साहस है तो जरा पैगम्बर मोहम्मद साहिब या ईसा मसीह से किसी की तुलना करके दिखायें।
- बहरहाल, इससे पहले कि करोड़ों हिन्दुओं की कोई तीव्र प्रतिक्रिया सामने आये, कांग्रेस को पूरे देश से अविलम्ब क्षमा याचना करनी चाहिए। लेकिन, उसके लिए केवल इतना ही काफी नहीं, उसे श्री रमेश को पार्टी से निष्कासित भी कर देना चाहिए।
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Friday, September 18, 2009
जयराम रमेश की गुस्ताखी
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Comments by IntenseDebate
जयराम रमेश की गुस्ताखी
2009-09-18T10:14:00+05:30
Common Hindu