Friday, March 5, 2010

Jagran - Yahoo! India - अपने दरवाजे तक पहुंचने के लिए मिन्नतें



    • गुदड़बाग में रहने वाले सुधीर सक्सेना, राकेश मनोहर सक्सेना दोपहर को होली की खुशियां बांटने के लिए दोपहर को घर से बाहर निकले थे। इस उम्मीद में कि मेल मिलाप के त्यौहार को एक दूसरे से गले मिलकर मनायेंगे। दोपहर तक सबकुछ ठीक चल रहा था। फिर अचानक सनसनी फैलना शुरू हो गयी। होली मिलने निकले लोगों के कदम घबराहट के साथ घरों की ओर बढ़ना शुरू हुए मगर फिर ठिठक गये ़ ़ ़घर से कुछ दूरी पर आग की लपटें निकलती देख दिल दहल गया। घर की ओर बढ़ने की कोशिश की मगर तैनात पीएसी और पुलिस वालों ने वापस भेज दिया। अनिष्ट की आशंका के कारण कदम पीछे नहीं हट रहे थे फिर भी सुरक्षा बलों ने पीछे धकेल दिया।

    • बरेली।

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