Wednesday, October 28, 2009

visfot.com । विस्फोट.कॉम - सीमा पर बचे लेकिन सरकार से घायल

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    • मातृभूमि पर अपनी जान की बाजी लगा देने वाले सैनिकों को अपनी नौकरी से सेवानिवृत्त होने के बाद पैंशन के असमान वितरण से जूझना पड़ रहा है। आज के दौर में सरकार सैनिकों को पैंशन उनके रिटायरमेंट के समयानुसार प्रदान करती है। जिससे एक समान रैंक वाले दो सैनिकों को अलग-अलग सत्र में रिटायर होने के कारण अलग-अलग पैंशन मिलती है, जिसमें काफी बड़ा अंतर है। समान रैंक, समान पैंशन की मांगों को लेकर पूर्व सैनिकों ने 25 अक्टूबर को रविवार के दिन जंतर-मंतर पर धरना किया और पांचवी बार अपने पदकों को राष्ट्रपति को वापिस लौटा दिया।
    मेडल का कोई मोल नहीं