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- कार्तिक पूर्णिमा के दिन सूर्योदय के समय उगते सूरज को दीपदान दिया जाता है। क्योंकि कार्तिक का मास देवों का मास होता है। देव हमारे आसपास ही निवास करते है। इन्हीं देवों की पूरे विधिवत और भक्ति भाव से विदाई के लिए लोग दीपदान करते हैं।
दीपदान करने के पीछे कारण बताते हुए युवा आशीष पाण्डेय बताते है कि घर में शुरू से ही आज के दिन दीपदान किया जाता है। इन्हीं के बाबा ने इन्हें बताया कि उगते सूरज को दीप दिखा कर अपने जीवन में नए उमंग व पवित्रता के साथ हर वर्ष शुरूवात करनी चाहिए। - इस दिन आबादी के समीप खुले स्थान पर लोग अपने परिवार के साथ वनभोज का आनंद लेते हैं। इसके बारे में सभी गार्डन, पर्यावरण पार्क भी कार्तिक पूर्णिमा के लिए साल में एक ही बार सजधज कर तैयार रहते हैं। रायगढ़ से सटे प्रकृति विहार (इंदिरा विहार) रामझरना, टिपाखोल, बिंजकोट इकोपार्क आदि स्थलों में भारी भीड़ उमड़ती है। शहर से लगे सारे पर्यावरण पार्क में आने वाले पर्यटकों के लिए सारी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है।
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Monday, November 2, 2009
होगा दीपदान और जाएंगे पिकनिक
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Comments by IntenseDebate
होगा दीपदान और जाएंगे पिकनिक
2009-11-02T22:44:00+05:30
Common Hindu