Saturday, July 11, 2009

» Blog Archive » सावरकर का स्मारक फ्रांस में मंजूर नहीं भारत को

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    • अंशू सिंह
      डेटलाइन इंडिया
    • भारत सरकार नेताजी सुभाष चंद्र बोस को ही स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मानने से इंकार नहीं करती। वीर सावरकर के नाम से विख्यात विनायक दामोदर सावरकर की स्मृति का स्मारक फ्रांस सरकार बनाना चाहती है मगर भारत सरकार को यह भी मंजूर नहीं है।
    • वीर सावरकर को जब काला पानी यानी अंडमान ले जाया जा रहा था तो वे जहाज से कूद गए थे और एक असाधारण घटना के तौर पर तैरते हुए फ्रांस के द्वीप मर्शील्स पर पहुंच गए थे। फ्रांस सरकार वीरता की इस अभूतपूर्व घटना को यादगार बनाने के लिए मर्शील्स के समुद्र तट पर सावरकर का स्मारक बनाना चाहती है मगर भारत सरकार ने अभी तक फ्रांस सरकार को इसकी अनुमति नहीं दी है।
    • अंग्रेजों को जब यह पता लगा तो उन्होंने मर्शील्स के प्रशासन पर भारतीय अभियुक्त को छिपाने का अरोप लगाया और बदले में मर्शील्स के तत्कालीन मेयर ने इस्तीफा दे दिया था।
    • बचाव में कांग्रेस के नेता कह रहे हैं कि अगर भाजपा इतनी ही देशभक्त है तो एनडीए सरकार के दौरान सुभाष चंद्र बोस से संबंधित दस्तावेज संसद के पटल पर क्यों रख दिए गए थे?
    • दरअसल सुभाष चंद्र बोस को अगर स्वतंत्रता संग्राम का नायक घोषित कर दिया गया तो कांग्रेस के नायकों का कद कम हो जाएगा।