Thursday, July 23, 2009

सरहदों पर आस्था भारी, ले आई भारत

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    • कुरुक्षेत्र
    • उन्हें न तो सरहदों की चिंता थी और न ही भाषा की परवाह। आस्था और विश्वास ही उन्हें धर्मनगरी तक खींच लाया। कुरुक्षेत्र पहुंच कर उन्हें जो सुकून मिला, इसे वे अपने लफ्जों में बयां नहीं कर पा रहे थे। आस्था, श्रद्धा और प्रेम में लिपटे नेपाल के सैकड़ों, श्रद्धालु सूर्यग्रहण तर्पण कर खुद को धन्य समझ रहे थे तो पाकिस्तान से परिवार सहित आए मुल्क सिंह हिंदू धर्म में भारत के लोगों की आस्था देख विभोर हो रहे थे।