http://in.jagran.yahoo.com/news/opinion/general/6_3_6377815.html
- अकसर दोनों तरफ से जासूस गिरफ्तार होते रहते हैं और दोनों देशों को एक-दूसरे पर शक होता रहता है, लेकिन शायद अभी तक एक भी भारतीय मुस्लिम अधिकारी पाकिस्तान के लिए जासूसी करते हुए कभी नहीं पकड़ा गया। जितने पकड़े गए सभी हिंदू अधिकारी थे। यह बहुत ताज्जुब की बात है कि लोग धन के लालच में कहां तक जा सकते हैं कि देश भी उनके लिए महत्वपूर्ण नहीं रह जाता है।
- इसका मतलब है कि इंसान की नियत उसे कहां तक गिरा देती है। जहां वह देश और धर्म सब कुछ छोड़कर अपने स्वार्थो के लिए बिक जाता है। माधुरी गुप्ता का कौन सा स्वार्थ कहां सध रहा था इसका पता लगाना बहुत जरूरी है। और ऐसे कितने अफसर इन कामों में शामिल हैं इसका भी पता लगाना चाहिए। माधुरी ने भी कुछ नाम दिए हैं जिन पर तफ्तीश होनी चाहिए।
- [राजीव शुक्ला: लेखक राज्यसभा के सदस्य हैं]