-
- नेपाल में एक समय दैवीय अवतार के रूप में पूजे जाने वाले पूर्व राजा ज्ञानेंद्र आज आम आदमी से भी बदतर जीवन जीने और बिजली की किल्लत के कारण अंधेरे में जीवन गुजारने को मजबूर हैं। कभी कई शानदार महलों के मालिक रहे श्री ज्ञानेंद्र नेपाल में 239 वर्षो पुराने राजतंत्न की समाप्ति के लिए हुए माओवादी आंदोलन और फिर वर्ष 2008 में उसे गणतंत्न घोषित करने के बाद से काठमांडू के बाहर एक लाज में रहने को विवश हैं। सरकार ने उनकी सारी संपत्ति जब्त कर ली और उन्हें काठमांडू से बाहर टिन की छत वाले एक लाज में रहने की अनुमति दी है।
ज्ञानेंद्र ने कल एक टेलीविजन चैनल को दिए साक्षात्कार में बताया कि देश में बिजली की किल्लत और आवाजाही के कारण 12-12 घंटों तक बिजली नहीं आती और उन्हें किसी भी आम आदमी की तरह इस स्थिति का सामना करना पडता है। पूर्व राजा ने कहा कि उन्हें न्याय नहीं मिला, ज्ञानेंद्र ने कहा कि उन्होंने अब तक अदालत का दरवाजा नहीं खटखटाया ताकि सरकार को शर्मिंदगी नहीं उठानी पडे़। - काठमांडू
-
Posted from Diigo. The rest of my favorite links are here.