Tuesday, August 25, 2009

मुस्लिम बहन जाती है तीजा

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      • धमतरी
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      धर्म के नाम पर मरने-मारने के लिए उतारू हो जाने वाली भीड़ के बीच धमतरी शहर के एक हिन्दू भाई और मुस्लिम बहन 30 सालों से रिश्ता निभा रहे हैं। दानीटोला नहर नाका के पास रहने वाले उजियार सिंह ध्रुव वर्तमान में करीब 70 वर्ष के हैं और शरीर से चलने-फिरने में असमर्थ हो चुके हैं।

      करीब 30 साल पहले अधारी नवागांव में शासकीय प्राथमिक शाला का शुभारंभ हुआ था, उस समय उन्होंने अध्यापक के रूप में वहां कार्य आरंभ किया। पानी जैसी छोटी जरूरतों के लिए हमीदा बेगम से मदद ली और भाई-बहन का रिश्ता बन गया। तब से आज तक हर साल उजियार सिंह ध्रुव अपनी बहन हमीदा बेगम को तीजा के लिए अपने घर लाना नहीं भूलते।

      बहन भी हर साल रक्षाबंधन तथा तीजा के लिए अपने हिन्दू भाई के घर जाने को लालायित रहती है। दोनों ही अलग धर्मावलंबी है, इसके बावजूद भाई-बहन के रिश्ता कभी कमजोर नहीं हुई। ईद पर हमीदा बेगम अपने भाई को मीठी सेवई खिलाना नहीं भूलती।

      अब श्री ध्रुव चलने फिरने में सक्षम नहीं हैं और उनकी पत्नी बिरझा बाई भी चल बसी है। ऐसे में उनके बेटे रामकुमार ध्रुव और पूनम सिंह ध्रुव हमीदा बेगम को तीजा पर लेने के लिए जाते हैं और घर में उनके लिए खानपान का इंतजाम मुसलमानों की तरह ही किया जाता है। विदाई के वक्त हिन्दूओं की परंपरा के मुताबिक साड़ी और उपहार देना नहीं चूकते। तेज दौड़ती दुनिया में रिश्ते भी तेजी से रंग बदल रहे है, ऐसे में भिन्न धर्मावलंबियों के बीच यह मजबूत रिश्ता सुकुन का अहसास कराता है।