Thursday, September 10, 2009

लंदन को योग सिखाएगा 5 साल का हरिओम

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    • कसौली.
    yog
    • मासूम चेहरा, नन्हा शरीर, तेज-तर्रार वाणी वाला पांच वर्षीय नन्हा बालक योग क्रियाओं में इतना निपुण है कि देखने वाला हर कोई चकित रह जाता है। कसौली के नजदीक किम्मुघाट (गढ़खल) के वरद पर्वत पर स्थित साकेत धामक आश्रम के संस्थापक प्रेमाच्युत प्रेम महाराज के छोटे पुत्र विश्व गौरव (हरिओम) योग सिखाने के लिए 8 सितंबर को भारत से इंग्लैंड के लिए रवाना हो रहे हैं।
    • विश्व गौरव का बड़ा भाई व प्रेमाच्युत महाराज का बड़ा पुत्र चारू चैतन्य (13) पहले ही सात वर्ष की आयु से भागवत कथा वाचक बनकर अंतर्राष्ट्रीय ख्याति पा कर विदेशो में भागवत अलंकार, भागवत, भागवत अचार्य, विश्व विभूति जैसी उपाधियां अपनी चमत्कारी प्रतिभा के लिए पा चुका है । चारू चैतन्य संपूर्ण विश्व में हिन्दू धर्म की पताका फहराना चाहता है और विश्व गौरव देश-विदेश में योग की गंगा बहाना चाहता है। 8 सितंबर को यहां से रवाना होने के बाद यूके के विभिन्न शहरों में भारत का यह नन्हा योगी योग की अलख जगाएगा।
    • पांच वर्षीय विश्व गौरव भी (योगगुरु स्वामी रामदेव की राह पर) लोगों को विभिन्न बीमारियों से बचाने व संपूर्ण विश्व में योग की अलग जगाने के लिए यूके की धरती पर जा रहा है। प्रेम महाराज ने बताया कि विश्व गौरव तीन साल की उम्र में ही 50 प्रकार के कठिन योगासन करने लग गया था। इसके अलावा विश्व गौरव तबला वादन में भी निपुण है। तबला वादन में यह नन्हां उत्साद जब तबले पर अपनी छोटी-छोटी अंगुलियों से सुरीली ताल छेड़ता है तो देखने वाला मात्र मूकदर्शक बनकर रह जाता है। छोटी उम्र में इतनी विलक्षण प्रतिभा का धनी यह बालक वाकचातुर्य का भी धनी है।