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- पश्चिमी सभ्यता को बढ़ावा देने वाले वेलेंटाइन डे का इस बार उग्र विरोध नहीं होगा। विरोध करने वाले अब गांधीवादी तरीके से लोगों को समझाइश देंगे और भारतीय संस्कृति को अपनाने की अपील करेंगे। प्यार पर पहरा लगाने वालों ने इस बार नरम रुख अख्तियार करने का मन बनाया है। इधर, १४ फरवरी का सालभर से इंतजार कर रहे युवाओं ने तैयारियां कर ली हैं।
- बजरंग दल के जिला संयोजक संतोष मेवाड़ा ने बताया कि विरोध स्वरूप इस बार समाज में सुसंदेश देने की पहल की जाएगी। पिकनिक स्पॉट व अन्य स्थानों पर युवाओं को तलाश करने की बजाय गांधीवादी तरीके से ही इस दिन का विरोध किया जाना है। श्री मेवाड़ा ने बताया कि विरोध स्वरूप समाज को मैसेज देने के लिए ग्रीटिंग कार्ड्स की होली जलाई जाएगी। वहीं लोगों को विदेशी ढर्रे का त्याग करने की समझाइश दी जाएगी।
विरोध से मिलता बढ़ावा : संगठन कार्यकताओं का मानना है कि किसी भी बात का विरोध करने पर उसे बढ़ावा मिलता है। विरोध के कारण मिले बढ़ावे को लेकर हिंदू संगठनों ने अब स्वरूप बदलने की ठानी है। कार्यकर्ता अब समाज को विदेशी कल्चर नहीं अपनाने के लिए अपने गांधीवादी तरीके से समझाइश देंगे।
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